बुलडोजर -हूबनाथ

(बीते दिनों कानुपर देहात में योगी सरकार का बुलडोजर एक बार फिर गरजा। इस बार कब्जा हटाने के नाम पर निर्दोष मां-बेटी को लील गया। योगी का बुलडोजर न्याय ऐसा ही है।- सम्पादक)

सिर्फ़

एक शब्द ही नहीं

एक मशीन ही नहीं

एक अवधारणा भी नहीं

बल्कि

एक पालिसी है

एक नीति

एक कूटनीति है

बुलडोजर

संविधान की पुस्तक में

छिपा एक दीमक है

सत्ता की आत्मा में पैठा

एक डर है

शक्तिहीनता का संबल

पौरुषहीनता की दवाई है

बुलडोजर

झूठ का पहाड़

जब ढहने लगे

क्रूरता के किले की दीवार

में सेंध लग जाए

रंगे सियार का

उतरने लगे रंग

तो सबसे बड़ा सहारा है

बुलडोज़र

खेतों को रौंदता हुआ

कमजोर घरों को ढहाता

झोंपड़ियां उजाड़ता

नंगी भूखी भीड़ पर

रौब जमाता

जब थक जाता है

तब सत्ता की जांघ तले

सुस्ताता है

बुलडोजर ।

साभार : https://samalochan.com/

आलेख

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